
मत पड़ना गमों के फेर में
ये तो बिना बुलाये ही आयेगा
मत फंसना खुशियों की डोर में
ये तोड़ बंधन निकल जायेगी
बहुतों को इनके बेगानेपन का
शिकार होते देखा है
तुम्हे चेता रहा हूं
इसके फेर में, मैं सदा फंसा हूं
एक बार उलझ गये अगर
खूशियों या गमों के फेर में
तो फिर नहीं निकल पाऒगे
गमों में रहोगे गमगीन
कि ये गम शायद अब कभी इस जीवन से
नहीं जायेगा और
खुशियां भी चिंता में डाल देंगी कि
ये बड़ी मुश्किलों से मिली हैं
ना जाने इनका साथ
कब तक मिल पायेगा
सुखद जीवन जीने का मैने
तो बस यही मूलमंत्र पाया है
हर क्षण सच्चा जीवन जीयो
चाहे हों उस पल खुशियों या गम ॰॰॰॰॰
ये तो बिना बुलाये ही आयेगा
मत फंसना खुशियों की डोर में
ये तोड़ बंधन निकल जायेगी
बहुतों को इनके बेगानेपन का
शिकार होते देखा है
तुम्हे चेता रहा हूं
इसके फेर में, मैं सदा फंसा हूं
एक बार उलझ गये अगर
खूशियों या गमों के फेर में
तो फिर नहीं निकल पाऒगे
गमों में रहोगे गमगीन
कि ये गम शायद अब कभी इस जीवन से
नहीं जायेगा और
खुशियां भी चिंता में डाल देंगी कि
ये बड़ी मुश्किलों से मिली हैं
ना जाने इनका साथ
कब तक मिल पायेगा
सुखद जीवन जीने का मैने
तो बस यही मूलमंत्र पाया है
हर क्षण सच्चा जीवन जीयो
चाहे हों उस पल खुशियों या गम ॰॰॰॰॰